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बुधवार, 17 नवंबर 2010

ईद के पुर मसर्रत मौक़े पर एक क़ता 
पेश ए ख़िदमत है
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बा मानी  ईद
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मनाएं ईद मगर दिल में ये ख़याल रहे
किसी नफ़स के न दिल में कोई मलाल रहे
न भूख से कोई बच्चा कहीं तड़पता हो 
न सूनी नज़रों में भी कोई अब सवाल रहे 
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आप सभी को ईद बहुत बहुत मुबारक हो

29 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीया इस्मत ज़ैदी जी


    आपको भी ईद की बहुत बहुत मुबारकबाद !

    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  2. बक़रीद के मुक़द्दस मौक़े पर आपको और आपके पूरे परिवार को हमारी तरफ से दिली मुबारकबाद.

    कुँवर कुसुमेश
    blog:kunwarkusumesh.blogspot.com

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  3. हिल-मिल रहना सीखिए, करते हैं ताकीद.
    आते - जाते पर्व ये , पावन होली - ईद
    Kunwar Kusumesh

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  4. मनाएं ईद मगर दिल में ये ख़याल रहे
    किसी नफ़स के न दिल में कोई मलाल रहे
    वाह
    बहुत खूबसूरत अहसास पेश किए हैं.
    ईद की मुबारकबाद.

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  5. न भूख से कोई बच्चा कहीं तड़पता हो
    न सूनी नज़रों में भी कोई अब सवाल रहे
    आमीन. बहुत सुन्दर क़ता.
    ईद की मुबारक बाद, हम सब की ओर से, तुम सब को :).

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  6. इस्मत ज़ैदी जी आपने ईद के अवसर पर बहुत सुन्दर सन्देश दिया है। धन्यवाद। आपको व आपके परिवार को बकरीद के शुभ अवसर पर बहुत बहुत बधाई।

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  7. ईद की हार्दिक शुभकामनायें इस्मत जी ! खुदा करे आपकी दुआ क़ुबूल हो !

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  8. न भूख से कोई बच्चा कहीं तड़पता हो
    न सूनी नज़रों में भी कोई अब सवाल रहे

    वाह! वाह! क्या बात है...
    ईद की बहुत बहुत मुबारकबाद

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  9. आपको भी ईद की बहुत-बहुत मुबारकबाद!

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  10. जी बिल्कुल सहीह..
    अर्ज किया है ..
    सवाल ये नहीं कि कौन कहां हैं भूखा
    सवाल ये है कि भूखा है किसलिए इन्सां!!

    ईद मुबारक !!

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  11. बहुत खूब पंक्तियां।
    मुबारकबाद ईद की सबको कुबूल हो।
    पणजी में हूं
    जो गोवा में ही है
    नंबर 9420920422 है।

    दिली तमन्‍ना है कि गोवा के पणजी में एक हिन्‍दी ब्‍लॉगर मिलन जैसा कुछ कर पाऊं। इस्‍मत जैदी जी इसमें मददगार साबित हो सकती हैं।

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  12. ईद की मुबारकबाद पेश करने के लिए आप सब का बहुत बहुत शुक्रिया

    मालिक तेरे अता ओ करम की नहीं है हद
    ये दामन ए मुराद तो छोटा ही पड़ गया

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  13. मनाएं ईद मगर दिल में ये ख़याल रहे
    किसी नफ़स के न दिल में कोई मलाल रहे

    वाह बहुत खूबसूरत सन्देश ईद के दिन ... बहुत उम्दा लिखा है ....
    आपको और आपके पूरे परिवार को ईद मुबारक ...

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  14. ख़ूबसूरत सन्देश है आपका, और आपके लिखे पर कुछ कहने लायक तो मैं हूँ ही नहीं.
    हमेशा प्रखर रहे आपका लेखन और हम जैसे खुश हो सकें, सीख सकें... पढ़ के.

    आभार!

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  15. देर में आईं हूँ , ईद मुबारक हो ।

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  16. काश हमारी यह इच्छा पूरी हो पाती.. ईद की शुभकामना सहित !

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  17. ईद कि हार्दिक शुभकामनायें ....
    चलते -चलते पर आपका स्वागत है

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  18. बहुत ही अर्थवान शब्दों में, आपने ईद को ऊंचाइयां दी हैं..बाद में ही सही, पहुचने में देर हुई ..बहरहाल ..ईद मुबारक!!

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  19. "मनाएं ईद मगर दिल में ये ख़याल रहे
    किसी नफ़स के न दिल में कोई मलाल रहे
    न भूख से कोई बच्चा कहीं तड़पता हो
    न सूनी नज़रों में भी कोई अब सवाल रहे"

    बहुत ही सुंदर भाव हैं. ऐसे ही विचार अगर हमारे सियासतदानों के मन में भी आ पायें तो देश फिर से सोने की चिड़िया ना हो जाए..

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  20. वाह देर से देखी पर बेहतरीन लगी ये क़ता !

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  21. मनाएं ईद मगर दिल में ये ख़याल रहे
    किसी नफ़स के न दिल में कोई मलाल रहे
    न भूख से कोई बच्चा कहीं तड़पता हो
    न सूनी नज़रों में भी कोई अब सवाल रहे

    बोहोत खूब .....
    जीतनी आपकी लेखनी पाक है
    उतने ही ख्यालात भी ......!!

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  22. आदरणीया
    देर से आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ......ईद की दिली शुभकामनायें.....काश कि आपका हर लफ्ज़ सच हो जाये.

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  23. bilkul saarthak baat kahi hai........kisi bhi tyohaar ko manaane ka auchitya bhi tabhi hai..........!

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ख़ैरख़्वाहों के मुख़्लिस मशवरों का हमेशा इस्तक़्बाल है
शुक्रिया