tag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post146295698375640185..comments2023-07-06T18:51:05.270+05:30Comments on शिफ़ा कजगाँवी - شفا کجگاونوی : इस्मत ज़ैदीhttp://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-15304975331354338642013-08-21T16:05:09.810+05:302013-08-21T16:05:09.810+05:30इस्मत जी , बहुत ही अच्छी ग़ज़ल .
चाहा मगर न दिल से...इस्मत जी , बहुत ही अच्छी ग़ज़ल . <br /><br />चाहा मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका<br />ज़ख़्मी किया शिकस्त* के लम्हों ने उम्र भर<br /><br /> इस शेर ने दिल पर कहर ढा दिया ! <br /><br />दिल से बधाई स्वीकार करे. <br /><br />विजय कुमार <br />मेरे कहानी का ब्लॉग है : storiesbyvijay.blogspot.com<br /><br />मेरी कविताओ का ब्लॉग है : poemsofvijay.blogspot.com vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-76655407450262719792013-08-19T06:58:25.575+05:302013-08-19T06:58:25.575+05:30चाहा मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका
ज़ख़्मी किया श...<b> </b> <br /><b> </b> <br /><b>चाहा मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका<br />ज़ख़्मी किया शिकस्त के लम्हों ने उम्र भर </b> <br /><b> </b> बहुत बड़ी सच्चाई है...<br /><br /><b><i>आदरणीया दीदी इस्मत ज़ैदी जी</i></b> <br /><b> </b> पूरी ग़ज़ल पुरअसर है...<br />मुबारकबाद !<br /><br />पिछली कई न पढ़ी हुई तमाम पोस्ट्स अभी पढी...<br />सब हिंदी-उर्दू ग़ज़लों के लिए साधुवाद ! आभार !<br /><br /><b> </b> <br />❣<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.in" rel="nofollow">हार्दिक मंगलकामनाओं सहित...</a></b>❣<br /> -राजेन्द्र स्वर्णकार<br /><b> </b> <br /><b> </b> Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-53347571295763696652013-08-15T17:34:47.808+05:302013-08-15T17:34:47.808+05:30गज़ल सीधी दिल में उतर जाती है ....
शफ़क़त* निसार*...गज़ल सीधी दिल में उतर जाती है .... <br />शफ़क़त* निसार* की है ,निगाहों ने उम्र भर<br />महफ़ूज़* रक्खा माँ की दुआओं ने उम्र भर ..<br /><br />इस शेर की खास जगह बन जाती है अपने आप ही दिल में ...<br />स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-62274508763927230022013-08-07T16:54:34.646+05:302013-08-07T16:54:34.646+05:30ज़ैदी साहब :)
यूं तो सभी शे’र दाद के हक़दार हैं, ल...ज़ैदी साहब :)<br />यूं तो सभी शे’र दाद के हक़दार हैं, लेकिन मेरी निगाहें तो घूम-फिर के यहीं अटक रही हैं-<br /><br />ठोकर जो खाई फिर न क़दम रख सके ’शेफ़ा’<br />यूँ तो सदाएं दीं तेरी राहों ने उम्र भर<br /><br />वाह..वाह..वाहवन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-141850329879782192013-08-07T11:23:21.674+05:302013-08-07T11:23:21.674+05:30बहुत शुक्र्गुज़ार हूं आशा जीबहुत शुक्र्गुज़ार हूं आशा जीइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-1642864892418932682013-08-07T11:22:32.962+05:302013-08-07T11:22:32.962+05:30शुक्रिया बेटा ख़ुश रहियेशुक्रिया बेटा ख़ुश रहियेइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-19406664852215148912013-08-07T11:21:33.884+05:302013-08-07T11:21:33.884+05:30बहुत बहुत शुक्रिया सतीश जीबहुत बहुत शुक्रिया सतीश जीइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-28326232053164267162013-08-07T09:55:17.526+05:302013-08-07T09:55:17.526+05:30शुक्रिया अशोक जीशुक्रिया अशोक जीइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-66002365523539106852013-08-07T09:52:48.791+05:302013-08-07T09:52:48.791+05:30बहुत बहुत शुक्रिया अनुबहुत बहुत शुक्रिया अनुइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-80689789911517095432013-08-07T09:51:04.174+05:302013-08-07T09:51:04.174+05:30शुक्र्गुज़ार हूँ जनाबशुक्र्गुज़ार हूँ जनाबइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-22852790517440822032013-08-07T09:50:25.132+05:302013-08-07T09:50:25.132+05:30बहुत बहुत शुक्रिया नीरज भैयाबहुत बहुत शुक्रिया नीरज भैयाइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-39886314312974600872013-08-07T09:49:51.704+05:302013-08-07T09:49:51.704+05:30हाँ आशीष सही कहाहाँ आशीष सही कहाइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-69329473769797846272013-08-07T09:49:01.183+05:302013-08-07T09:49:01.183+05:30धन्यवाद अनुपमा जीधन्यवाद अनुपमा जीइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-20028561694738317202013-08-07T09:48:18.384+05:302013-08-07T09:48:18.384+05:30शुक्रिया अपर्णा ,, ख़ुश रहो शुक्रिया अपर्णा ,, ख़ुश रहो इस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-42156034591375068612013-08-07T09:46:45.161+05:302013-08-07T09:46:45.161+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.इस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-58391102996401232542013-08-07T01:02:37.748+05:302013-08-07T01:02:37.748+05:30चाहा मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका
ज़ख़्मी किया श...चाहा मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका<br />ज़ख़्मी किया शिकस्त* के लम्हों ने उम्र भर<br />___________<br />ठोकर जो खाई फिर न क़दम रख सके ’शेफ़ा’<br />यूँ तो सदाएं दीं तेरी राहों ने उम्र भर<br /><br />वाह शेफाजी कमाल की गज़ल लिखी है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-68698796213609620252013-08-06T21:04:17.017+05:302013-08-06T21:04:17.017+05:30वाह ..खाबूसरत मतला और उसके बाद ये शेर सवा लाख का
...वाह ..खाबूसरत मतला और उसके बाद ये शेर सवा लाख का <br /><br />शायद मिले सुकून अजल की पनाह में<br />लेने दिया न चैन ख़ताओं ने उम्र भर<br /><br />मेरी तरफ से ढेर सारी दाद कबूल कीजिये|<br />राणा प्रताप सिंह (Rana Pratap Singh)https://www.blogger.com/profile/17152336988382481047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-86140050762620469612013-08-06T21:03:26.619+05:302013-08-06T21:03:26.619+05:30मज़हब के नाम पर जहाँ तलवार खिंच गई
नादिम* किया है ...मज़हब के नाम पर जहाँ तलवार खिंच गई<br />नादिम* किया है ऐसी सभाओं ने उम्र भर<br /><br />बेहद खूबसूरत ..<br />बधाई !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-80023856875865635852013-08-06T19:52:48.197+05:302013-08-06T19:52:48.197+05:30बहुत सुन्दर
थीं मेरे पास अपनों की सारी मुहब्बतें
...बहुत सुन्दर<br />थीं मेरे पास अपनों की सारी मुहब्बतें <br />फिर भी दिया है साथ परायों ने उम्र भर<br />बहुत सुन्दर ग़ज़ल.....<br />ashokkhachar56@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/07939212398427669565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-86168552653985603572013-08-06T19:24:25.226+05:302013-08-06T19:24:25.226+05:30वाह...
शायद मिले सुकून अजल की पनाह में
लेने दिया न...वाह...<br />शायद मिले सुकून अजल की पनाह में<br />लेने दिया न चैन ख़ताओ ने उम्र भर..<br />बहुत सुन्दर ग़ज़ल.....<br /><br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-3938333845978988702013-08-06T19:12:38.525+05:302013-08-06T19:12:38.525+05:30चाहा, मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका
ज़ख़्मी किया ...चाहा, मगर न दिल से वो एह्सास मिट सका<br />ज़ख़्मी किया शिकस्त के लम्हों ने उम्र भर<br /><br />बहुत खूबसूरत और उम्दा शेर ...<br />एक अच्छी ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद !!<br />daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-27254850395232940162013-08-06T18:57:15.930+05:302013-08-06T18:57:15.930+05:30मज़हब के नाम पर जहाँ तलवार खिंच गई
नादिम* किया है ...मज़हब के नाम पर जहाँ तलवार खिंच गई<br />नादिम* किया है ऐसी सभाओं ने उम्र भर<br /><br />लाजवाब ग़ज़ल कही है इस्मत वाह !!!! हर शेर नगीना है .ढेरों दाद कबूल करो .<br /><br />नीरज नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-87852536128614338922013-08-06T18:11:18.977+05:302013-08-06T18:11:18.977+05:30ग़ज़ल का हर शेर लाजवाब , मां की दुवाओं का सर तो जा...ग़ज़ल का हर शेर लाजवाब , मां की दुवाओं का सर तो जा जिंदगी रहता है.ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-11059758626445411772013-08-06T12:24:40.307+05:302013-08-06T12:24:40.307+05:30'फिर भी दिया है साथ परायों ने उम्र भर'
जी...'फिर भी दिया है साथ परायों ने उम्र भर'<br /><br />जीवन ऐसा ही है!<br /><br />बहुत सुन्दर सारगर्भित प्रस्तुति!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8138012995366804313.post-67353640757748746862013-08-06T11:34:46.111+05:302013-08-06T11:34:46.111+05:30थीं मेरे पास अपनों की सारी मुहब्बतें
फिर भी दिया ...थीं मेरे पास अपनों की सारी मुहब्बतें <br />फिर भी दिया है साथ परायों ने उम्र भर....<br /><br />बहुत गहरी बात … सत्यवचन ….Aparna Bosehttps://www.blogger.com/profile/04096135756564696287noreply@blogger.com